मैं
कभी रोता तो कभी मुस्कराता मैं, कभी किसी से मिलता तो कभी विछुड़ जाता मैं, कभी किसी दोस्त की तलाश, कभी जीवन जीने की इक आस, कभी किसी नन्हे को देख, भूतकाल में जाता मैं, कभी रोता तो कभी मुस्कराता मैं। कभी सोचता मन्दिर जाऊँ, कभी सोचता जाऊँ मस्जिद, पर कभी अधर्मी ही होकर, शान्ति […]